मकर संक्रांति पर निबंध (Essay On Makar Sankranti In Hindi)- भारत में प्रत्येक साल अनेक त्योहार मनाए जाते हैं। भारत में सभी धर्म के लोगों के अपनी-अपने त्यौहार हैं। परंतु सबसे ज्यादा त्यौहार की बात की जाए तो भारत में सबसे ज्यादा त्यौहार हिंदू धर्म के लोग मानते हैं जनवरी महीने से लेकर दिसंबर तक ऐसा कोई महीना नहीं है, जिसमें कोई पर्व ना हो। आज हम इस आर्टिकल में मकर संक्रांति के त्योहार पर निबंध लाए हैं जो आप नीचे कम और पढ़ सकते हैं।
Essay On Makar Sankranti In Hindi
मकर संक्रांति का निबंध हिंदी में (Essay on Makar Sankranti in Hindi) पढ़ते समय आप जानेंगे कि मकर संक्रांति कब है,मकर संक्रांति क्यों मनाई जाती है (Why is Makar Sankranti celebrated.),मकर संक्रांति कैसे मनाई जाती है, मकर संक्रांति पर कविता, मकर संक्रांति की शुभकामनाएं आदि। इसके अलावा आप (Hindi Essay on Makar Sankranti) मकर संक्रांति के बारे में हिंदी में में सब कुछ जान सकते हैं। स्कूल और कॉलेजों में होने वाली निबंध प्रतियोगिता के लिए आप Makar Sankranti Essay In Hindi से बहुत सी जानकारी ले सकते हैं।
प्रस्तावना –
मकर संक्रांति को हिंदू धर्म में प्रमुख त्योहार माना जाता है। यह पर्व पोस्ट माह में जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश होता है तब मनाया जाता है। मकर संक्रांति ऐसा त्यौहार है जो भारत के साथ-साथ नेपाल देश में भी काफी धूमधाम से मनाया जाता है। बिहार में इस पर्व को मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है जबकि उत्तराखंड और गुजरात के क्षेत्र में इसे उत्तरायण नाम के रूप में जाना जाता है। मकर संक्रांति के दिन गरीबों को दान देने से अपेक्षा के सौ गुना ज्यादा फल प्राप्त होता है।
मकर संक्रांति क्यों मनाई जाती है?
मकर संक्रांति उत्सव और उल्लास का पर्व है। इस समय भारत में नई फसलों की स्वागत की तैयारी की जाती है। मकर संक्रांति के दौरान लोगों को एंजॉय करते हुए देखने को मिलता है। मकर संक्रांति को भारत में किसानों के त्यौहार के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन किसान भगवान से अच्छी फसल के लिए आशीर्वाद मांगते है। इस त्यौहार को अलग-अलग क्षेत्र में विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है। कई लोग सुबह की शुरुआत सुबह के स्नान से करते हैं और दान देने के लिए घर से निकलते है। बिहार और उत्तर प्रदेश राज्यों में इस दिन खिचड़ी खाकर खाया जाता है। इस दिन बच्चों को तिल गुड़ खिलाकर अच्छे संस्कार की कामना करते हैं। बहुत सारे जगह पर गंगा स्नान और मेलों की आयोजन किया जाता है जिसमें लाखों संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं।
मकर संक्रांति कैसे मनाई जाती है?
भारत के अलग-अलग क्षेत्र में मकर संक्रांति अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश मैं इसे संक्रांति कहा जाता है जबकि पंजाब और हरियाणा में लोहड़ी पर्व बनाकर नई फसल का स्वागत किया जाता है। और वही असम में इसे बिहू पर्व का नाम दिया गया है। इस दिन सुबह उठकर स्नान किया जाता है और बड़ों का आशीर्वाद लेकर छुड़ा दही अच्छा और तिल खाया जाता है। जगह-जगह पर मेलों का आय्योजन किया जाता है जिसमें अधिक संख्या में पतंग उड़ाया जाता है और मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है।
मकर संक्रांति का महत्व
मकर संक्रांति से रात छोटा और दिन लंबी होने लगते हैं जो भौतिकवादी अंधकार कम होने और आध्यात्मिक प्रकाश के वृद्धि होने का प्रतीक है। यह भी माना जाता है की गंगा जैसी पवित्र नदियों में डुबकी लगाने से मनुष्य के सभी पाप धुल जाते हैं और हमारी आत्मा शुद्ध और पवित्र हो जाती है। कुंभ के मेले में प्रयागराज और त्रिवेणी संगम पर भी स्नान करने का बहुत महत्व है जो मनुष्य के सभी पापों को धो देता है। और जीवन की सभी दुख पीड़ाओं को दूर करता है।
निष्कर्ष
मकर संक्रांति का त्योहार बुराई को समाप्त कर अच्छाई की कामना करता है। नए वर्ष की शुरुआत मकर संक्रांति पर्व के साथ होता है जो खुशी और आनंद का त्यौहार है यह पर्व का मुख्य उद्देश्य लोगों के बीच भेदभाव की भावना को खत्म कर मिलजुल को अग्रसर करना है। अगर आप सभी को यह मकर संक्रांति के त्यौहार पर निबंध जानकारी पूर्ण लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।